A Secret Weapon For shiv chalisa lyricsl
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दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार more info न पाय॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र